केंद्रीय विद्यालय पय्यन्नुर श्रीमती स्मिता
छोटी का कमाल
यह है छोटी । इसे छोटा मत समझो । आओ देखें छोटी ने क्या कमाल किया ।
समरसिंह थे बहुत अकड़ते, छोटी कितनी छोटी।
मैं हूँ आलू भरा पराँठा , छोटी पतली रोटी |
मैं हूँ लंबा ,मोटा तगड़ा , छोटी पतली दुबली ।
मैं मोटा पटसन का रस्सा , छोटी कच्ची सुतली |
लेकिन जब बैठे सी -सॉ पर, होश ठिकाने आए |
छोटी जा पहुँची चोटी पर , समरसिंह चकराए ।
बताओ इनमे से कौन ऊपर जायेगा , कौन नीचे रह जायेगा ?
शाबाश बच्चों हाथी भारी है इसलिये नीचे रह जायेगा |
प़ढो और समझो छ छा छो छोटी म मा मो मोटी ट टा टो टोपी
कोई भी छोटा और कमज़ोर नहीं होता । देखा कैसे छोटी ने मोटे तगडे समर सिंह को चक्कर खिला दिया ।
आओ बच्चों अब हम सी -सॉ पर खेलते है ।
धन्यवाद