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अनुशासन डॉ कमलेश पारेख अनुवादक: अर्पणा गाँधी 19-20 July 2014
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अनुशासन याने ? उचित बर्ताव सीखाना अनुचित आचरणकी मात्राको कम करना
जीवनमूल्योंको आत्मसात करना सिखाना सही फैसले खुद कर सके ऐसी भीतरी क्षमताको विकसित करना I 19-20 July 2014
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अनुशासन क्यों ? अनुशासनात्मक बच्चा अच्छी तरहसे अपने भविष्यका आयोजन करके, उसके नक्शेकदम पर चलके अपने सपने साकार कर सकता है I बिना अनुशासन जीवनकी चुनौतियोंका सामना करना मुश्किल होता है I 19-20 July 2014
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अनुशासन क्यों ? छोटे बच्चोंके आचरणके नियमनके लिए अनुशासन सिखाना अत्यावश्यक है I तरुणावस्थाके आवेगोंको नियंत्रित करके विकास करने हेतु अनुशासन जरुरी है I 19-20 July 2014
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अनुशासन सिखानेसे कतराते है क्योंकि ..........
वे बच्चोंसे उलझ कर टकराव पैदा करना नहीं चाहते I बच्चे नाराज हो जाये / उन पर गुस्साए / अथवा बच्चोंके मन पर उनका नकारात्मक चित्र बने ये ऐसे मातापिताके लिए असह्य बात होती है I 19-20 July 2014
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अनुशासन सिखानेसे कतराते है क्योंकि ..........
बच्चोंको अनुशासन सिखाना मेहनत और कौशल्यसे भरा काम है जिसकी क्षमता, ताकत, सामर्थ्य, और समय सभीके बसकी बात नहीं है I खुद अगर “सख्त़” अनुशासनके चलते सजा पाते-पाते बड़े हुए हो तो ऐसे दुःख बच्चोंको झेलने ना पड़े उस वजहसे बच्चोंको अनुशासन सिखानेसे दूर ही रहते है और ना शिस्तकी कोई रोकटोक I लेकिन याद रहे जिन बच्चोंको अनुशासनका सबक नहीं सिखाया गया है वे जीवनमें सुखी नहीं रह सकते I 19-20 July 2014
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अनुशासन सिखानेसे कतराते है क्योंकि ..........
“कुछ लोग अनुशासनको कष्टप्रद बंधन मानते है पर मेरे लिए तो वह सुनियोजितताकी बुनियाद है जिसके आधार पर मै जीवन आकाशमें यथेच्छ विहार कर सकती हूँ” – जुली एन्द्रुज़ 19-20 July 2014
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अनुशासन क्या नहीं है ? अपने बच्चोंसे लगातार संघर्ष करना I
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अनुशासन याने कुछ मातापिता ऐसा मानते है की अनुशासन “बच्चोंके अनुचित आचरण पर लगाया जानेवाला कोडा है “ ---- बच्चोंके साथ रहकर उनको अच्छे आचरणकी राह दिखाना जिसकी बदौलत बच्चा खुद ही विवेकशील बने और उचित फैसले या उपयुक्त पसंद करना सीखे ये अनुशासन है I याद रहे : “सजा सुनाना अनुशासनका विकल्प नहीं है “ 19-20 July 2014
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अनुशासन क्या है ? अच्छे-बुरेका भेद समझना सिखाना
फैसले करनेके निश्चित मानदंड प्रस्थापित करना आचरणकी परिसीमा निश्चित करना और उसके उल्लंघनके नतीजोसे अवगत कराना ताकि वे खुद ही स्वयं अनुशासन सीखे I खुदके आचरणको आवेश या आवेगके बहकावेमें न लाते हुए नियंत्रणमें रखना I 19-20 July 2014
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अनुशासन क्यों ? अनुशासनके बिना बच्चे स्व नियंत्रणसे वंचित रहेंगे I
19-20 July 2014
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अनुशासन क्यों ? स्वार्थी एवं स्वकेंद्री होनेसे साथी-समूहमें अप्रिय बनेंगे I मित्र और दोस्त बनानेके सामाजिक कौशल्यसे वंचित रहेंगे I औदार्य, सहिष्णुता, सहभागिता जैसे जीवनमूल्योंसे वंचित I नकारात्मक रस्ते अपनाकर अनुचित आचरणकी ओर मुड जायेंगे I 19-20 July 2014
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अनुशासन क्यों ? इसलिए अनुशासनहिन बच्चे लगातार निराशावादी, आक्रामक, असंतुष्ठ और दुखी होते है I 19-20 July 2014
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किन्तु अगर अनुशासन हो तो ?
बच्चोंको मजबूत, प्यारभरा मार्गदर्शन मिलनेसे वे जिम्मेदार बनेंगे आत्मनिर्भर बनेंगे विश्वासपूर्ण बनेंगे 19-20 July 2014
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किन्तु अगर अनुशासन हो तो ?
उन्हें विश्वास है कि परिवारमें उनका स्थान सुरक्षित है I उनकी बात सुनी जाएगी और अगर कोई भूल हो भी गई है तो भी मातापिता अपने प्यारसे वंचित नहीं रखेंगे I उन्हें एहसास है कि उनकी गलतियोंकी जिम्मेवारीसे वे भाग नहीं सकते I सिर्फ सजा या दंडके डरसे नहीं किन्तु जिम्मेवारीके एहसासके चलते वे उचित फैसले करने पर तत्पर होगे I मित्र और सह-कार्यकरों का प्यार एवं विश्वास जुटानेकी कसौटी पर वे खरे उतरेंगे I 19-20 July 2014
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अनुशासन किस तरह सिखाये ? बच्चोंको सकारात्मक ढंगसे अनुशासन सिखानेकी चाबी मातापिता द्वारा उनके खुदके मनको स्वस्थ – धीरगंभीर बनानेमें ही रही है I मन शांत हो तो बच्चोंके साथ शांतिपूर्ण ढंगसे सुननेका कौशल्य आजमाकर गपशप करनेसे सफलता मिलती है I बच्चोंसे की गई उपयुक्त बातचीतके जरिये कौनसा आचरण स्वीकार्य है और कौनसा नहीं है और क्यों जैसे पहलुओं पर चर्चा-परिचर्चा की जा सकती है जिससे बच्चा अपनी गलतीयोंसे सिख सके I 19-20 July 2014
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अनुशासन कैसे सिखाये ? “दो कदम आगे एक कदम पीछे “ – ये मूलमंत्र कभी ना भूले I बच्चोंको साथ लेकर तय कीजिये की मर्यादा रेखा कहाँ है, हद कहाँ है , क्या कर सकते है क्या नहीं कर सकते वगैरह I उसके बाद उसका अमल पूरी तरह द्रढ़ता से ( ढीलेपनसे नहीं) कीजिये , साथमे बच्चोंको सम्मानके पाठ भी सिखाईये 19-20 July 2014
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अनुशासन कैसे सिखाये ? “क्या करना चाहिए “ उस पर “क्या नहीं करना चाहिए “ से ज्यादा जोर दे I बच्चेका आचरण अनुचित हो तो उसकी वजह जाननेकी कोशिश कीजिये I सातत्य बनाये रखिये I 19-20 July 2014
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अनुशासन कैसे सिखाये ? संवेदनशील, द्रढ़, प्यारभरा, संवादपूर्ण बाल संवर्धन जरुरी है I सकारात्मक आचरण पर ध्यान दीजिये I नकारात्मक टिप्पण करनेसे बचे और सामान्य रूपसे अस्वीकृत बर्तावको अनदेखा करे I 19-20 July 2014
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अनुशासन कैसे सिखाए ? बच्चोंसे विश्वासपूर्ण आशावादी एवं प्यारभरा संवाद प्रस्थापित करे I उन्हें सदैव ऐसा एहसास होना चाहिए कि कोई उनमें हमेशा विश्वास रखता है I अनुशासनकी प्रत्येक कोशिशके दौरान प्रतिभाव त्वरित होने चाहिए ना कि नतीजेके बाद I 19-20 July 2014
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अनुशासन कैसे सिखाये ? भेटसोगाद से बजाय प्यारभरे मीठे बोल, मुस्कान, चुमी या आलिंगन बच्चेको प्रोत्साहित करनेके लिए जरुरी है I Role-model बनिए – खुद अनुशासनका पालन करके अनुकरणीय आदर्श बने I घरमें अनुशासनका माहौल बनाये रखे 19-20 July 2014
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ये न करे शारीरिक सजा – मारना, सुक्ष्म हिंसा
शारीरिक सजा – मारना, सुक्ष्म हिंसा जोरसे चिल्लाते हुए डांटना, नकारात्मक टिप्पण करना, आलोचना करना, दोषारोपण करना, उपहासपूर्ण वचन कहना, हंसी उडाना I शारीरिक हिंसा कभी भी उचित नहीं है 19-20 July 2014
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अनुशासनसे जुडी सहज त्रुटियाँ
(૧) बच्चोंको सम्मान न देना क्या करे ? बच्चोंसे द्रष्टिसंपर्क करके बातचीत करे फिर भी हलके स्वरमें वर्तमान प्रश्नसे सम्बंधित चर्चा सम्मानपूर्ण ढंगसे करे I (૨) क्रोधित अवस्थामें अनुशासन स्थापित करनेकी कोशिश करना खुदकी क्रोधित अवस्थामें किसी भी हालातमे शांत होना जरुरी है I चिल्लाये नहीं और बच्चेको कभी भी छोटा दिखानेकी कोशिश ना करे I अपने आपको थोडा समय देकर बादमे बच्चेके अनुचित आचरणके बारेमे बात करे I 19-20 July 2014
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अनुशासनसे जुडी सहज त्रुटियाँ
(૩) सातत्य नहीं रहना क्या करे ? सातत्य बनाये रखे I (૪) अनावश्यक भाषण देना या जरुरतसे ज्यादा समझानेकी कोशिश करना स्पष्ट सुचन करे I क्या गलत हुआ है उसके बारेमे बात करे I क्या सही था उसकी चर्चा करे I 19-20 July 2014
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अनुशासनसे जुडी सहज त्रुटियाँ
(૫) नकारात्मक बनना क्या करे ? -शांत और स्वस्थ मनसे आगे बढ़े I - सकारात्मक बातचीत करे I (૬) अनुशासन याने सजा ऐसा रवैया अपनाना - अनुशासनके बारेमे नये सिरेसे अपने मनको तैयार करे I अपनी सोच बदलनेके लिए मनन करे I 19-20 July 2014
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अनुशासनसे जुडी सहज त्रुटियाँ
(૭) जो कहा गया है उसके अनुसार आचरण न होना दिखाने और चबानेके दांत अलग होना क्या करे - -कोशिश कीजिये बच्चेका राहबर बननेकी I खुदका व्यवहार अनुशासनमय हो I (૮) प्रत्येक बच्चेसे एक सा व्यवहार करना क्या करे – - सब उंगलीयां एक सी नहीं होती I एक बच्चेके लिए बनाई गई अनुशासनकी प्रणाली दुसरे बच्चेसे अलग हो सकती है I 19-20 July 2014
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अनुशासनसे जुडी सहज त्रुटियाँ
(૯) ऐसा मानना की अनुशासन अनावश्यक है या उसे समजानेकी जरुरत महसूस न करना क्या करे – बच्चोको जीवनके आम नियम समझाते रहिये, आचरणकी सीमा बनाते जाये और उस रेखाको पार करनेके नतीजे भी समझाते रहिये I 19-20 July 2014
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अनुशासन और जिम्मेवारी अनुशासन और जिम्मेवारीके बीच सीधा सम्बन्ध है I
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अनुशासनके सोपान आज्ञापालन २. अनुसरण ३. स्वानुशासन ४. अनुकरण ५. अनुसासन
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आज्ञापालन व्यक्तिमें पर्याप्त : --- माहिती समझ क्षमता
जिम्मेवारी ना हो तब आज्ञापालनके जरिये अनुशासन उदा : - पांच सालका शिशु - मरीज़को डॉक्टरकी आज्ञाका पालन करना होता है - अपनी सोचको बदलनेके लिए राजी ना हो ऐसे वृद्धकी आज्ञाका दूसरों को पालन करना पड़ता है I 19-20 July 2014
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अनुकरण दूसरों को करते हुए देखकर करना
बिना वजह जाने अनुकरण या नियमोंका पालन पांच सालकी उम्रसे छोटे शिशु द्वारा किया जानेवाला अनुकरण बड़े बुज़ुर्ग मंदिरमें जाये/ दीया जलाये तो शिशुका भी ऐसा करनेके लिए प्रेरित होना 19-20 July 2014
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अनुसरण अनुकरण बिना सोचे समझे अनुसरण सोचकर
बच्चा जैसे बड़ा होता है वैसे मनमें उभरते अनेक प्रश्न पूछने लगता है ठीक लगे तो अनुसरण करता है ठीक ना लगे तो नहीं भी करेगा मंदिर जानेकी वजह जरुर जानना चाहेगा पर जायेगा या नहीं भी जायेगा 19-20 July 2014
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अनुशासन खुदने संपूर्णतः स्वीकृत नहीं किया है पर क्योंकि परिवार/समाज द्वारा मान्य है इसलिए स्वीकार कर लिया है : उदा - बड़ोंका आदर -विवेकपूर्ण बर्ताव घरमें अंडे नहीं खाए जाते इसलिए संतान भी अंडे नहीं खाते 19-20 July 2014
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स्वानुशासन खुदका शासन स्वयंशिस्त
जो करे वह संपूर्ण समझसे स्वीकार करके करे अनुशासन यानी दुसरोंका कहा मानकर करना स्वानुशासन अर्थात जानकर/समझकर करना परिवार, समाज या परंपराके बंधन ना होनेपर भी पालन करे खुद करे दूसरोंको भी प्रेरित करे 19-20 July 2014
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स्वानुशासन घरके अनुशासनकी वजहसे अंडे नहीं खानेवाला तरुण/युवक पार्टीमें मित्रोंके दबावमें आकर अंडा खा सकता है I स्वानुशासित व्यक्ति उस स्थितिमें खुद नहीं खायेगा, मित्रोंको भी नहीं खानेके लिए समझाएगा I 19-20 July 2014
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अनुशासन बच्चोंमे अनुशासनके सभी पांच चरण साथ-साथ चलते है I अगर बड़े – बुजुर्ग इसे ठिकसे समझकर सक्षम बने तो : बच्चोंकी शारीरिक वृद्धिकी तरह मानसिक स्तर भी आज्ञापालन से स्वानुशासनकी ओर गति कर सकता है I स्वानुशासन ही मातापिताका लक्ष्य होना चाहिए I स्वानुशासित व्यक्ति ही औरोंको अनुशासित कर सकती है I स्वानुशासित मातापिता ही बच्चोंको अनुशासित कर सकते है I 19-20 July 2014
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अनुशासन मातापिता बच्चोंको क्रमश: ये समझानेमें सफल होने चाहिए कि जैसे जैसे वह स्वानुशासित होते जायेगा वैसे वैसे उसे मातापितासे अनुशासित होनेकी जरुरत नहीं रहेगी I 19-20 July 2014
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अनुशासनकी वर्तमान प्रणाली
(૧) भय (૨) प्रलोभन (૩) परंपराके अनुसार करवाना / मनवाना 19-20 July 2014
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भय शिक्षक, मातापिता, बड़े – बुझुर्गके भयसे बच्चे नियमोंका पालन करे I
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प्रलोभन अच्छे बर्तावसे अच्छे अंककी लालचसे नियमोंका पालन करे I
19-20 July 2014
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आस्था ये हमारे घरकी परंपरा है I
आज विज्ञान और स्वातंत्र्यका युग है I बच्चे तर्क करने लगे है , प्रश्न पूछने लगे है I भय, प्रलोभन और आस्थाका अनुशासन पर्याप्त नहीं होता I बच्चोंको स्वानुशासित करनेके लिए उनके मनके तर्कको उचित दलील और बहसके जरिये तृप्त करनेकी क्षमता मातापिताको रखनी पड़ेगी I 19-20 July 2014
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इस स्थितिमे सच्चा अनुशासन स्वानुशासनकी समझका कोई विकल्प नहीं है I
आस्था इस स्थितिमे सच्चा अनुशासन स्वानुशासनकी समझका कोई विकल्प नहीं है I 19-20 July 2014
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आस्था मातापिता समझदार है तो ही बच्चोमें स्वानुशासन संभाव्य है I उसमे बाल-बर्तावकी समझ भी समाविष्ठ है I 19-20 July 2014
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आस्था समझनेके लिए सुनना आवश्यक है I सुनना यानी समझना I
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समझका अर्थ समझ यानी शाश्वत जीवन मूल्योंकी समझ I
भारतीय, अमरीकन, जैन, या हिन्दू मूल्य नहीं I सार्वभौमिक जीवन मूल्य I 19-20 July 2014
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स्वानुशासनके लिए तीन प्रमुख जीवन मूल्य
(૧) विश्वास – दूसरोंकी सज्जनता पर भरोसा (૨) स्नेह – पुरकता – साझेदारी (૩) सन्मान - व्यक्तिकी नेकदिली पर आशंका ना करते हुए एकचित्त सुनना I 19-20 July 2014
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विश्वास दुसरोंकी अच्छाईयों पर भरोसा
हरेक व्यक्ति अच्छा ही करना चाहेगा ऐसा विश्वास हो तो संघर्ष नहीं होता 19-20 July 2014
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विश्वास बच्चोंकी कुलीनता पर विश्वास होगा तो उसे सुनना, उसके परिपूरक बनकर उसकी भावनाओंका सम्मान करना सहज और आसन होगा तो उनमे स्वानुशासन जगाना मुश्किल नहीं होगा I 19-20 July 2014
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आभार 19-20 July 2014
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